कानपुर हिंसा के आरोपितों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला, भीड़ ने एक उपद्रवी को छुड़ाया
कानपुर हिंसा के आरोपितों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला, भीड़ ने एक उपद्रवी को छुड़ाया
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर में इस समय जैसे हालात है, वह बेहद चिंताजनक हैं. परेड इलाके में दो दिन पहले हुई हिंसा के एक उपद्रवी को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम का आरोपी के परिवार वालों ने विरोध किया. हालांकि बलों ने संयम से काम लिया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. यह जानकारी कानपुर के संयुक्त आयुक्त एपी तिवारी ने दी है.मामला बजरिया थाना क्षेत्र का है. कानपुर पुलिस (Kanpur Police) ने आज हिंसा के 40 संदिग्धों की तस्वीरें जारी की हैं. इनमें से चार को पुलिस ने आज हिरासत में ले लिया है.
कानपुर पुलिस अब दंगाईयों की गिरफ्तारी में लगी है. आज कानपुर पुलिस ने शहर भर में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हिंसा में शामिल 40 संदिग्धों के पोस्टर जारी किए हैं. पुलिस ने इन संदिग्धों की तस्वीरें प्रभावित क्षेत्रों और उसके आसपास के प्रमुख स्थानों पर लगाई हैं. होर्डिंग्स में एसएचओ (बेकनगंज) के संपर्क नंबर हैं, ताकि लोग पुलिस को संदिग्धों के बारे में जानकारी दे सकें. पुलिस ने दावा किया कि एक घंटे के भीतर स्थानीय लोगों ने तीन संदिग्धों की पहचान कर ली है.
फेसबुक-ट्विटर के 8 यूजर्स के खिलाफ FIR दर्ज
गौरतलब है कि कानपुर पुलिस ने हिंसा को लेकर कथित रूप से फर्जी और भड़काऊ सामग्री फैलाने के आरोप में फेसबुक और ट्विटर के 8 यूजर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. अपर पुलिस आयुक्त (अपराध) सुरेशराव ए कुलकर्णी ने बताया कि सोशल मीडिया उपायोगकर्ताओं ने कथित तौर पर भड़काऊ सामग्री पोस्ट की जिससे आम लोगों में गुस्सा है. इन लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (सार्वजनिक शरारत करने वाले बयान) 507, (अनाम संचार द्वारा आपराधिक धमकी) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. कानपुर हिंसा के सिलसिले में दर्ज की गई यह चौथी प्राथमिकी है. यह प्राथमिकी कोतवाली थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) अरुण कुमार तिवारी की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई है.
हिंसा मामले में नौ और आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने हिंसा में संलिप्तता के आरोप में सोमवार को 9 और आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिसके बाद इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की कुल संख्या बढ़कर 38 हो गई है. पुलिस का तलाश अभियान जारी है और दंगाइयों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है.